पटना: 31जुलाई 2024
आज ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीएसओ), ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीवाईओ) एवं ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन(एआईएमएसएस) के संयुक्त तत्वाधान में देश के महान साहित्यकार कथा सम्राट कलम के सिपाही मुंशी प्रेमचंद की 144वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत प्रेमचंद गोलंबर स्थित उनके मूर्ति पर माल्यार्पण से किया गया।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्त्ता राजकुमार चौधरी ने कहा कि गुलाम भारत में जन्में प्रेमचंद हिंदी व उर्दू कथा साहित्य के माध्यम से तत्कालीन सामाजिक व्यवस्था बुराइयों का मुखालफत करने के साथ- साथ एक शोषणहीन खुशहाल समाज की वकालत की। उनकी कहानियां एवं उपन्यास तत्कालीन समाज के निचले पायदान पर रह रहें लोगों के जीवन और तकलीफों को पटल पर लाने का कार्य किया। वे जात- पात एवं सांप्रदायिकता के सख्त खिलाफ थे तथा बिना किसी भेदभाव के सभी के लिए धर्मनिरपेक्ष एवं वैज्ञानिक शिक्षा के पक्षधर थे जिसका पूरा का पूरा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाए। उन्होंने आगे कहा कि आजादी के 75 वर्षों बाद भी प्रेमचंद सरीखे मनीषियों का सपना अधूरा है।
उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रेमचंद के सपनों का समाज बनाने की दिशा में आगे बढ़ने के संकल्प लेने के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में अर्चना अपराजिता,सरोज कुमार सुमन, शिमला मौर्या, पवन कुमार,लक्ष्मी कुमारी आदि ने भाग लिया।
प्रेषक
शिमला मौर्या
जिला संयोजिका ,AIDSO