जहानाबाद/09फरवरी 2024
राज्य स्तरीय विरोध कार्यक्रम के तहत,अति पिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा पटना के द्वारा आयकर गोलंबर चौराहा पर तेली तमोली एवं दांगी को अति पिछड़ा वर्ग से हटाने सहित जननायक के मूल अति पिछड़ा के लूटते अधिकार को बचाने के लिए सशक्त आवाज उठाने पर रामबली सिंह चंद्रवंशी को विधान परिषद की सदस्यता समाप्त करने के विरोध में लालू नीतीश का पुतला जलाकर विरोध किया गया।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए, मोर्चा के जिला प
संयोजक वीरेन्द्र चंद्रवंशी ने कहा कि, लालू नीतीश की यही है ईच्छा, कर्पूरी का मूल अति पिछड़ा मांगे रोड पर भिक्षा। सामाजिक न्याय का नारा लगाने वाले जननायक के चेलों लालू नीतीश एवम सुशील मोदी के आपसी सहमति से नीतीश तेजस्वी की संयुक्त सरकार ने राजनैतिक महत्वाकांक्षा के तहत मूल अति पिछड़ा को कमजोर करने के लिए अप्रैल 2015 में संपन्न जातियां तेली, तमोली और दांगी को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल किया गया । जिसका दुष्परिणाम यह हुआ की 8 वर्षों में अति पिछड़ा के आरक्षित सीटों पर बाद में शामिल जातियों का सभी क्षेत्रों में अधिकांश कब्जा हो गया। जिसके विरोध में मोर्चा के प्रदेश संयोजक प्रो रामबली सिंह चंद्रवंशी, किशोरी दास और अजय कानू ने न्यायालय में मुकदमा दायर किया,जो अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। उक्त मांगों के लिए कर्पूरी ग्राम से 2 अक्टूबर से पदयात्रा शुरु होकर 7 अक्टूबर को मिलर हाई स्कूल पटना में हजारों लोगों की भीड़ के साथ समाप्त हुआ। इससे घबराकर नीतीश जी के दवाब में राजद द्वारा मनगढ़ंत आरोप लगाकर विधान परिषद की सदस्यता समाप्त करने की अनुशंसा पर न्याय नहीं कर अपने आका को खुश करने के लिए सभापति द्वारा सदस्यता समाप्त करने के निर्णय को अलोकतांत्रिक एवम् मूल अति पिछड़ा विरोधी बताया।
विनोद चंद्रवंशी ने कहा कि, लालू जी ने अपने बेटे तेजस्वी की ताजपोशी तथा नीतीश जी की सिद्धांतविहीन कुर्सी की राजनीति ने 110 हिंदू एवम् मुस्लिम अति पिछड़ों की लगभग 46% आबादी के अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले नेता रामबली बाबू के साथ जो खेला किया है, आगामी चुनाव में यह वर्ग बड़का खेला करने को तैयार है।जिसमे दर्जनों लोग शामिल हुए हैं